P88, Benefits of Guru Naam Sumiran "भजु गुरु नामा, लहु विश्रामा,...." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।

महर्षि मेंहीं पदावली / 88

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 88वां पद्य  "भजु गुरु नामा, लहु विश्रामा...'  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।

इस Santmat meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "भजु गुरु नामा, लहु विश्रामा,..." में बताया गया है कि- गुरु भक्ति के बिना कभी शांति नहीं मिल सकती। गुरु भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इन बातों के साथ-साथ निम्नलिखित प्रश्नें भी विचारनीय हैं-  Top    गुरु नाम,Top गुरु नाम के फायदे,प्राचीन गुरु के गुणों,गुरु की आवश्यकता,गुरु बनाने के फायदे,नाम का कितना असर होता है ज़िंदगी पर, गुरु, आध्यात्मिक गुरु, गुरु को समर्पित,अल्लाह के नाम से इलाज।


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P88, Benefits of Guru Naam Sumiran "भजु गुरु नामा, लहु विश्रामा,...." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। गुरु नाम सुमिरन पर चर्चा करते गुरुदेव
गुरु नाम सुमिरन के महत्व पर चर्चा करते गुरुदेव


Benefits of Guru Naam Sumiran
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- "हे भाइयों ! गुरुनाम का भजन करो और शांति प्राप्त कर लो। यह निश्चित जानो कि गुरु भक्ति के बिना कभी शांति नहीं मिल सकती।....." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-

P88, Benefits of Guru Naam Sumiran "भजु गुरु नामा, लहु विश्रामा,...." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 88
पदावली भजन 88।

P88, Benefits of Guru Naam Sumiran "भजु गुरु नामा, लहु विश्रामा,...." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 88 का शब्दार्थ और भावार्थ।
पदावली भजन 88 का शब्दार्थ और भावार्थ।

P88, Benefits of Guru Naam Sumiran "भजु गुरु नामा, लहु विश्रामा,...." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 88 का भावार्थ टिप्पणी।
पदावली भजन 88 का भावार्थ टिप्पणी।

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प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" के भजन नं. 88 का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के द्वारा आपने जाना कि गुरु भक्ति के बिना कभी शांति नहीं मिल सकती। गुरु भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।  इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।





महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. 
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