महर्षि मेंहीं पदावली / 87
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 87वां पद्य "भजो भजो गुरु नाम हो प्यारे...' का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस Santmat meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "भजो भजो गुरु नाम हो प्यारे।..." में बताया गया है कि- टॉप नाम भजन क्या है? धनात्मक नाम का सुमिरन करने से शरीर, संपत्ति और पत्नी आदि सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है। इन बातों के साथ-साथ निम्नलिखित प्रश्नें भी विचारनीय हैं- ध्वन्यात्मक का अर्थ, ध्वन्यात्मक शब्द का अर्थ, ध्वन्यात्मक शब्द examples, ध्वन्यात्मक शब्द उदाहरण,ध्वन्यात्मक शब्द के उदाहरण, ध्वन्यात्मक अर्थ, ध्वन्यात्मक प्रतीक, ध्वन्यात्मक meaning in हिंदी, ध्वन्यात्मक वर्णमाला, इन शब्दों की ध्वन्यात्मक प्रतिलेखन देना, अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला, ध्वन्यात्मक विधि.
ध्वन्यात्मक नाम भजन पर चर्चा करते गुरुदेव।
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "हे प्यारे भाइयों ! 'गुरु' नाम (शब्द) का सुमिरन करो अथवा आदिगुरु परमात्मा के ध्वन्यात्मक नाम का ध्यान करो।....." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-
पदावली भजन 87। ध्वन्यात्मक नाम भजन
पदावली भजन 87 का शब्दार्थ, भावार्थ।
पदावली भजन 87 का टिप्पणी।
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 87वां पद्य "भजो भजो गुरु नाम हो प्यारे...' का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस Santmat meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "भजो भजो गुरु नाम हो प्यारे।..." में बताया गया है कि- टॉप नाम भजन क्या है? धनात्मक नाम का सुमिरन करने से शरीर, संपत्ति और पत्नी आदि सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है। इन बातों के साथ-साथ निम्नलिखित प्रश्नें भी विचारनीय हैं- ध्वन्यात्मक का अर्थ, ध्वन्यात्मक शब्द का अर्थ, ध्वन्यात्मक शब्द examples, ध्वन्यात्मक शब्द उदाहरण,ध्वन्यात्मक शब्द के उदाहरण, ध्वन्यात्मक अर्थ, ध्वन्यात्मक प्रतीक, ध्वन्यात्मक meaning in हिंदी, ध्वन्यात्मक वर्णमाला, इन शब्दों की ध्वन्यात्मक प्रतिलेखन देना, अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला, ध्वन्यात्मक विधि.
ध्वन्यात्मक नाम भजन पर चर्चा करते गुरुदेव। |
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "हे प्यारे भाइयों ! 'गुरु' नाम (शब्द) का सुमिरन करो अथवा आदिगुरु परमात्मा के ध्वन्यात्मक नाम का ध्यान करो।....." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-
पदावली भजन 87। ध्वन्यात्मक नाम भजन |
पदावली भजन 87 का शब्दार्थ, भावार्थ। |
पदावली भजन 87 का टिप्पणी। |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" के भजन नं. 87 का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के द्वारा आपने जाना कि टॉप नाम भजन क्या है? धनात्मक नाम का सुमिरन करने से शरीर, संपत्ति और पत्नी आदि सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. |
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P87, Top Phonetic name attention "भजो भजो गुरु नाम हो प्यारे,...." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
2/16/2020
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