'सद्गुरु महर्षि मेंहीं, कबीर-नानक, सूर-तुलसी, शंकर-रामानंद, गो. तुलसीदास-रैदास, मीराबाई, धन्ना भगत, पलटू साहब, दरिया साहब,गरीब दास, सुंदर दास, मलुक दास,संत राधास्वामी, बाबा कीनाराम, समर्थ स्वामी रामदास, संत साह फकीर, गुरु तेग बहादुर,संत बखना, स्वामी हरिदास, स्वामी निर्भयानंद, सेवकदास, जगजीवन साहब,दादू दयाल, महायोगी गोरक्षनाथ इत्यादि संत-महात्माओं के द्वारा किया गया प्रवचन, पद्य, लेख इत्यादि द्वारा सत्संग, ध्यान, ईश्वर, सद्गुरु, सदाचार, आध्यात्मिक विचार इत्यादि बिषयों पर विस्तृत चर्चा का ब्लॉग'
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Home/पुस्तक-परिचय/संतवाणी-सटीक/MS06 संतवाणी सटीक || 36 से भी ज्यादा संत-महातमाओं के वाणियों का सटीक संग्रह || महर्षि मेंहीं
MS06 संतवाणी सटीक || 36 से भी ज्यादा संत-महातमाओं के वाणियों का सटीक संग्रह || महर्षि मेंहीं
प्रभु प्रेमियों ! भारतीय साहित्य में वेद, उपनिषद, उत्तर गीता, भागवत गीता, रामायण आदि सदग्रंथों का बड़ा महत्व है। इन्हीं सदग्रंथों जैसा परम पूजनीय ग्रंथ'संतवाणी सटीक' हम संतमतानुयायियों के लिए है। जिसका शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सद्गुुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज, ने किया है. संत वाणियां बहुत है, उनमें से प्रमुख और विशेष लोकप्रिय भजनों का और कई संस्करण भी निकला है. यहां उनकी भी जानकारी दी जाएगी. जिसकी टीका पूज्यपाद लाल दास जी महाराज एवं अन्य महापुरुषों द्वारा किया गया है । आइए इन पुस्तकों के बारे में कुछ मुख्य-मुख्य जानकारियां प्राप्त करें-
संतवाणी सटीक महत्वपूर्ण जानकारी
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी सटीक के विषय में सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के निम्नलिखित उद्गार हैं- "गुरु महाराज ने दृढ़ता के साथ यह ज्ञान बतलाया कि सब संतों का एक ही मत है । मैंने सोचा कि यदि बहुत - से संतों की वाणियों का संग्रह किया जाए , तो उस संग्रह के पाठ से महाराज की उपर्युक्त बात की यथार्थता लोगों को उत्तमता से विदित हो जाएगी । इसी हेतु मैंने यत्र - तत्र से उनका संग्रह किया ।"
' संतवाणी ' का संग्रह हुआ , बड़ा अच्छा हुआ ; परन्तु इन वाणियों का अर्थ भी आप कर दें , तो और भी अच्छा हो । ' मुझको भी यह बात अच्छी लगी । सबका संग्रह कर एक पुस्तकाकार में छपवा दिया जाए कि लोग उस पुस्तक से विशेष लाभ उठावें ।" संतवाणी सटीक नामक पुस्तक की इतिहास यही है। संतवाणी सटीक का विस्तृत परिचय निम्न चित्रों के द्वारा प्राप्त कर सकते हैं ।
प्रभु प्रेमियों ! 'संतवाणी सटीक' पुस्तक के बारे में इतना सारा जानकारी प्राप्त करने के बाद, आप इसे अभी खरीदना चाहेंगे . इस पुस्तक को अभी ओनलाइन खरीदने के लिए निम्नलिखित लिंक पर दवाएं.
१. योगी जालन्धर नाथ २. योगी मत्स्येन्द्र नाथ ३. महायोगी गोरखनाथ ४. संत कबीर साहब ५. गुरु नानक साहब ६. संत दादू दयाल ७. संत चरणदास ८. संत दरिया साहब ( मारवाड़ी ) ९ . संत दरिया साहब ( बिहारी ) १०. संत जगजीवन साहब ११. संत पलटू साहब १२. संत गरीबदास १३. संत दूलनदास १४. संत सुन्दरदास १५. गोस्वामी तुलसीदास १६. संत सूरदास १७. संत तुलसी साहब १८. संत रैदास १९ . संत धन्ना भगत २०. संत मलूक दास २१. संत भीखा साहब २२. संत राधास्वामी साहब २३ . जैन संत श्रीसिंगाजी २४. बाबा कीनाराम २५. समर्थ स्वामी रामदास २६. संत शाह फकीर २७. संत सेवग दास २८. स्वामी निर्भयानन्द २९ . संत स्वामी हरिदास ३०. गुरु तेगबहादुर ३१. संत बखना ३२. परम भक्तिन मीराबाई ३३. महर्षि मेँ हीँ परमहंसजी महाराज
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संतवाणियों की अन्य सटीक संग्रह
संतवाणी सटीक
इसी तरह की पुस्तकें पूज्यपाद लालदास जी महाराज के द्वारा भी प्रकाशित है । आपलोग निम्न नमूनाचित्र से ही समझ जाएंगे कि इसकी भी वही महत्ता और उपयोगिता है जो संतवाणी सटीक की है।
संतवाणी सटीक की भी कई संग्रह उपलब्ध हैं। जिसमें खरीदने के लिए निम्न पुस्तकें उपलब्ध हैं-
प्रभु प्रेमियों ! बहुत सारे संतों की वाणियां भी बहुत सारी है। यहां उन संतों के नाम के नीचे उनके भजनों की संख्या और भजन के बोल के साथ दिया गया है। उन भजनों पर क्लिक करने से उसका सारा डिटेल आपको प्राप्त होगा। यह सूची सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज और पूज्य लालदास जी महाराज द्वारा टिकीत सभी संतवाणीयों संयुक्त- सूची की है।
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "संतवाणी सटीक" पुस्तक का परिचय का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि संतवाणीयों का महत्व, बिस्तार और उपयोग क्या है? इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। गुरु महाराज के इस पुस्तक के साथ ही अन्य कई पुस्तकें संतवाणी सटीक की प्रकाशित हैं। जिसका संक्षिप्त परिचय निम्न वीडियो से प्राप्त करें।
गुरु महाराज की शिष्यता-ग्रहण 14-01-1987 ई. और 2013 ई. से सत्संग ध्यान के प्रचार-प्रसार में विशेष रूचि रखते हुए "सतगुरु सत्संग मंदिर" मायागंज कालीघाट, भागलपुर-812003, (बिहार) भारत में निवास एवं मोक्ष पर्यंत ध्यानाभ्यास में सम्मिलित होते हुए "सत्संग ध्यान स्टोर" का संचालन और सत्संग ध्यान यूट्यूब चैनल, सत्संग ध्यान डॉट कॉम वेबसाइट से संतवाणी एवं अन्य गुरुवाणी का ऑनलाइन प्रचार प्रसार।
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