P55, How to meditate. "घटपट तिहू के पार में....'' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित

महर्षि मेंहीं पदावली / 55

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 55 वें पद्य  "घटपट तिहू के पार में......''  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इसमें पाएंगे- सबका मालिक एक कौन है? वह कहां रहता है? उससे कैसे मिल सकते हैं? उसको प्राप्त करने के रास्ते क्या है? वह रास्ता कहां मिलेगा? कैसे यात्रा करना है? इस यात्रा से क्या-क्या फायदे होंगे? आदि बातें।


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P55, How to meditate. "घटपट तिहू के पार में....'' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित? ईश्वर कहां है? पर चर्चा करते गुरुदेव.
ईश्वर कहां है? पर चर्चा करते गुरुदेव।

How to meditate

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- तुम्हारा स्वामी परमात्मा तुम्हारे शरीर के अंदर तीनों आवरण (अंधकार, प्रकाश और सब्द मंडलों) के पार में निवास करता है यदि तुम उनसे मिलना चाहते हो, तो यथाशीघ्र साधु संतों का संग करो अर्थात सत्संग करो।ध्यान संबंधी बातों की जानकारी प्राप्त करो।.. इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस पद का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है । उसे  पढ़ें-   

P55, How to meditate. "घटपट तिहू के पार में....'' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। पदावली भजन 55 शब्दार्थ
पदावली भजन 55 शब्दार्थ

P55, How to meditate. "घटपट तिहू के पार में....'' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। पदावली भजन 55 भावार्थ टिप्पणी
पदावली भजन 55 भावार्थ टिप्पणी

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प्रभु प्रेमियों !  "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक  से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि सबका मालिक एक कौन है? वह कहां रहता है? उससे कैसे मिल सकते हैं? उसको प्राप्त करने के रास्ते क्या है? इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।





महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
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