P52, Prabhu praapti ke upaay- Naad Upaasana "खोजों पंथी पंथ,...'' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित

महर्षि मेंहीं पदावली / 52

     प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 52 वें पद्य  "खोजों पंथी पंथ,......''  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है। इस ईश्वर-पथ की विषेतावाले  ( कविता, पद्य, वाणी ) में  प्रभु प्राप्ति के उपाय,प्रभु प्राप्ति का रास्ता,भगवान प्राप्ति के उपाय,ईश्वर प्राप्ति के उपाय,ईश्वर प्राप्ति के मार्ग,नाद उपासना,ब्रह्म नाद क्या है,नाद योग के लाभ,शब्द ब्रह्म नाद ब्रह्म, नादब्रह्म मेडिटेशन,वैज्ञानिक ध्यान,नाद ब्रह्म ध्यान,  आदि पर चर्चा हुई है ।


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P52,  Prabhu praapti ke upaay- Naad Upaasana "खोजों पंथी पंथ,...''  महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। नाद उपासना पर चर्चा करते गुरुदेव।
नाद उपासना पर चर्चा करते गुरुदेव।

Prabhu praapti ke upaay- Naad Upaasana "

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- "हे अपने स्वामी परमात्मा के पास जाने वाले यात्री ! परमात्मा की ओर ले जाने वाला मार्ग, जो ज्योति और नाथ ( अनाहत नाद) का बना हुआ है, तुम्हारे ही शरीर के अंदर है। इसलिए उसे अपने ही शरीर के अंदर खोजो। तुम और तुम्हारे स्वामी भी शरीर के ही अंदर हैं।.Prabhu praapti ke upaay- Naad Upaasana "खोजों पंथी पंथ,...... इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-


P52,  Prabhu praapti ke upaay- Naad Upaasana "खोजों पंथी पंथ,...''  महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। पदावली भजन 52 और शब्दार्थ । असली नादयोग।
पदावली भजन 52 और शब्दार्थ। असली नाद योग।

P52,  Prabhu praapti ke upaay- Naad Upaasana "खोजों पंथी पंथ,...''  महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। पदावली भजन 52 और शब्दार्थ भावार्थ। अनाहत नाद चर्चा।
पदावली भजन 52 का शब्दार्थ और भावार्थ। अनाहत नाद चर्चा।

P52,  Prabhu praapti ke upaay- Naad Upaasana "खोजों पंथी पंथ,...''  महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। पदावली भजन 52 का टिप्पणी। ईश्वर भक्ति और नादयोग
पदावली भजन 52 का टिप्पणी। ईश्वर भक्ति और नाद योग।

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प्रभु प्रेमियों !  "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक  से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि ईश्वर प्राप्ति के उपाय,ईश्वर प्राप्ति के मार्ग,नाद उपासना,ब्रह्म नाद क्या है,नाद योग के लाभ इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।




महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. 
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