P16, Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु,..." महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित

महर्षि मेंहीं पदावली / 16

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 16 वां, पद्य- "जय जयति सतगुरु जयति जय जय,..."  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस  पदावली भजन में बताया गया है, कि- "जय जयति सतगुरु जय जय जय जय जय जय श्री कोमल तनु"..भजन अर्थ सहित,सद्गुरु महिमा एवं स्तुति,जय जयति सतगुरु,संतमत स्तुति विनती,सतगुरु महाराज का स्तुति,महर्षि मेंही का स्तुति विनती,गुरु महाराज का स्तुति विनती,महर्षि मेंही बाबा का स्तुति,मेही बाबा का स्तुति,अनंत है गुरु की महिमा,गुरु और सद्‌गुरु,गुरु महिमा स्तुति, आदि बातें।

इस पद्य के  पहले वाले पद्य को पढ़ने के लिए   यहां दबाएं


P16, Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु,..." महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित, सद्गुरु महर्षि मेंही और टीकाकार लाल दास जी महाराज
सद्गुरु महर्षि मेंही और टीकाकार लालदास जी

Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- "तेजस्वी और कोमल शरीर वाले सदगुरुदेव जी महाराज की बारंबार जय हो। शास्त्र-वाक्यों की व्याख्या करते समय श्रेष्ठ पंडित का रूप धारण करने वाले, अपने ज्ञानोपदेश से शिष्यों को श्रेष्ठ ज्ञानी बनाने वाले एवं उनके पाप या दोष-समूह को विनष्ट कर डालने वाले सदगुरुदेव जी महाराज की जय हो।..." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-

P16, Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु,..." महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित, महर्षि मेंही पदावली भजन 16 अर्थ सहित।
महर्षि मेंहीं पदावली भजन 16 अर्थ सहित

P16, Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु,..." महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित, पदावली भजन 16 शब्दार्थ भावार्थ
पदावली भजन 16 शब्दार्थ भावार्थ

P16, Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु,..." महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित, पदावली भजन 16 टिप्पणी।
पदावली भजन 16 टिप्पणी

इस पद्य के  बाद वाले पद्य को पढ़ने के लिए   यहां दबाएं

प्रभु प्रेमियों !  "महर्षि मेंही पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक  से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ द्वारा आपने जाना कि सद्गुरु महिमा एवं स्तुति,जय जयति सतगुरु,संतमत स्तुति विनती,सतगुरु महाराज का स्तुति आदि। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।




महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. 
अगर आप 'महर्षि मेँहीँ पदावली' पुस्तक के अन्य पद्यों के अर्थों के बारे में जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से समझना चाहते हैं तो 

सत्संग ध्यान संतवाणी ब्लॉग की अन्य संतवाणीयों के अर्थ सहित उपलब्धता के बारे में अधिक जानकारी के लिए 👉यहाँ दवाएँ.

सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए  शर्तों के बारे में जानने के लिए   👉  यहां दवाएँ
---×---
P16, Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु,..." महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित P16, Sadhguru Glory and Praise "जय जयति सतगुरु,..." महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित Reviewed by सत्संग ध्यान on 12/07/2019 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया सत्संग ध्यान से संबंधित किसी विषय पर जानकारी या अन्य सहायता के लिए टिप्पणी करें।

Blogger द्वारा संचालित.