P34, Best definition of god "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।

महर्षि मेंहीं पदावली / 34

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 32वां, पद्य- "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।

इस सद्गुरु भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद, भजन) "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." में बताया गया है कि- ईश्वर हर जगह है फिर भी देखने में क्यों नहीं आता,क्या ईश्वर है,वैदिक ईश्वर,ईश्वर क्या है हिंदी में,ईश्वर कौन है,सबसे बड़ा ईश्वर कौन है,ईश्वर का स्वरूप,ईश्वर होने का प्रमाण,ईश्वर एक है,ईश्वर है या नहीं,ईश्वर व्यक्ति को उस समय क्यों नहीं रोकता,Alakh ki Aur,ईश्वर क्या है,What is god in Hindi, भगवन क्या है,what is god, DOES GOD EXIST,Alakh ki Aur,How do you define God,What makes God a God,What is the number of God,Who was the first God,What Is God Like - Personality Traits of God आदि।

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P34, Best definition of god "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। गुरुदेव से ईश्वर-संबंधी विचार-विमर्श करते टीकाकार
गुरुदेव से ईश्वर-संबंधी विचार-विमर्श करते टीकाकार



Best definition of god ईश्वर की सर्वोत्तम परिभाषा

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- "आंखों में देखने की शक्ति के कारण-रूप अथवा आंखों में देखने की शक्ति देने वाले हे परमात्मा! तुम दृष्टि से देखने में क्यों नहीं आते हो? जीव को चेतनता देनेवाले अथवा जीव की शोभा बढ़ानेवाले हे परमात्मा! तुम इंद्रियों की पकड़ में क्यों नहीं आते हो?......" इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-

P34, Best definition of god "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 34 शब्दार्थ।
पदावली भजन 34 शब्दार्थ।

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पदावली भजन 34 का शब्दार्थ भावार्थ और टिप्पणी।

P34, Best definition of god "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 34 का शेष टिप्पणी।
पदावली भजन 34 का शेष टिप्पणी।

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प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" के भजन नं. 33 का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के द्वारा आप ने what is god like,what is god's name,how to answer who is god,who is god in Christianity। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।



महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. 
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P34, Best definition of god "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। P34, Best definition of god "नैनों के तारे चश्म रोशन,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। Reviewed by सत्संग ध्यान on 12/18/2019 Rating: 5

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