महर्षि मेंहीं पदावली / 51
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 51वां पद्य "खोजो पंथी पंथ।...' का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस Santmat meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "खोजो पंथी पंथ।..." में बताया गया है कि- खोजो पंथी पंथ,पंथी गीत,पंथी गाना, Mahrsi ki Khoj,खोजो पंथी पंथ भजन, महर्षि मेंहीं के पदों की व्याख्या,भजन अर्थ सहित, भजन अर्थ, भजन का अर्थ, भजन का अर्थ क्या है, भजन अर्थ, हिंदी भजन अर्थ वाला, भजन का अर्थ क्या होता है, आरती भजन अर्थ,भजन क्या है,भजन भक्ति का अर्थ,भक्ति का महत्व,भक्ति का स्वरूप,भक्ति की परिभाषा,वास्तविक सच्ची भक्ति क्या है,भक्ति के प्रकार,भक्ति किसे कहते है,भक्ति कितने प्रकार की होती है,भक्ति योग, आदि।
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वास्तविक प्रभु-भक्ति पर उपदेश देते गुरुदेव
What is real devotion?
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "हे परमात्मा के पास जाने वाले यात्री! परमात्मा की ओर ले जाने वाला मार्ग, जो ज्योति और नाद का बना हुआ है, तुम्हारे ही शरीर के अंदर अवस्थित है। इसलिए उसे अपने ही शरीर के अंदर खोजो। तुम और तुम्हारे स्वामी परमात्मा भी शरीर के ही अंदर हैं।......." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ने के लिए
पदावली भजन 51 और शब्दार्थ । सच्ची प्रभु-भक्ति क्या है?
पदावली भजन 51 का शब्दार्थ और भावार्थ। वास्तविक भजन क्या है?
पदावली भजन 51 का भावार्थ और टिप्पणी। ईश्वर भक्ति।
पदावली भजन 51 का शब्दार्थ भावार्थ और टिप्पणी समाप्त।
इस भजन के बाद वाले पद्य को पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
प्रभु प्रेमियों ! "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि वास्तविक सच्ची भक्ति क्या है,भक्ति के प्रकार,भक्ति किसे कहते है,भक्ति कितने प्रकार की होती है,भक्ति योग। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।
महर्षि मेँहीँ पदावली..
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पदावली भजन 51 और शब्दार्थ । सच्ची प्रभु-भक्ति क्या है? |
पदावली भजन 51 का शब्दार्थ और भावार्थ। वास्तविक भजन क्या है? |
पदावली भजन 51 का भावार्थ और टिप्पणी। ईश्वर भक्ति। |
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P51, What is real devotion? "खोजो पंथी पंथ।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
12/31/2019
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