P49, The Best Praise and Worship "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।

महर्षि मेंहीं पदावली / 49

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 49वां पद्य  "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।...'  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस Santmat meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।..." में बताया गया है कि- कैसे पाएँ भगवान को,आपको भी हो सकते हैं भगवान के दर्शन-स्पर्शन करें ये उपाय,ईश्वर-दर्शन की तलब,ईश्वर के दर्शन करना चाहते हैं तो पढ़ें,इस तरीके से जल्‍दी हो सकते हैं ईश्‍वर के दर्शन,ईश्वर का साक्षात दर्शन कैसे करे,क्या गुरु के बिना ईश्वर प्राप्ति नहीँ हो सकती है,ईश्वर प्राप्ति की समस्या और उसका हल,पूर्ण गुरु ही ईश्वर का दर्शन कराते है,ईश्वर दर्शन के लिए होती है पूर्ण गुरु की जरूरत,सत्संग ध्यान,महर्षि मेंहीं पदावली, भजन अर्थ सहित,कुप्पाघाट का भजन,कैसे होते है ईश्वर के दर्शन,ईश्वर-दर्शन,ईश्वर का स्वरूप कैसा है? आदि।

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P49, The Best Praise and Worship "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। ईश्वर प्राप्ति की प्रार्थना
ईश्वर प्राप्ति की प्रार्थना



The Best Praise and Worship

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- "हे भाइयों ! गुरु-आश्रित होओ ( गुरु "ईश्वर-स्वरूपी सद्गगरु" पर पूर्ण आशा-भरोसा रखनेवाले बनो); क्योंकि पूरी तरह गुरु-आश्रित हुए बिना हृदय में अज्ञान अंधकार छाया हुआ रहता है, और यथार्थ बात का भी कुछ भी पता नहीं लग पाता।......." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ने के लिए

P49, The Best Praise and Worship "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 49 और शब्दार्थ। ईश्वर प्राप्ति की पूजा।
पदावली भजन 49, और शब्दार्थ। ईश्वर प्राप्ति की पूजा

P49, The Best Praise and Worship "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 49 भावार्थ और टिप्पणी। ईश्वर प्राप्ति के लिए।
पदावली भजन 49, भावार्थ और टिप्पणी। ईश्वर प्राप्ति के लिए।


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प्रभु प्रेमियों !  "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक  से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने what is true worship,best definition of worship,types of worship,how to worship god at home इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका याक्ष कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।




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P49, The Best Praise and Worship "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। P49, The Best Praise and Worship "आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। Reviewed by सत्संग ध्यान on 12/29/2019 Rating: 5

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