P78, What is kirtan called in Hindi "सतनाम सतनाम सतनाम भज सतनाम, ...." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।
महर्षि मेंहीं पदावली / 78
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 78वां पद्य "सतनाम सतनाम सतनाम भज सतनाम।...' का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस Santmat संकीर्तन meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "सतनाम सतनाम सतनाम भज सतनाम।..." में बताया गया है कि- नाम संकीर्तन करने के क्या-क्या फायदे हैं? नाम संकीर्तन का सही तरीका क्या है? नाम संकीर्तन कैसे करें जिससे तुरंत आध्यात्मिक लाभ हो और साधना में प्रगति हो जाए। इसके साथ-ही-साथ इन बातों जैसे- sat saheb, सतलोक का नजारा, सतलोक के नजारे, सतनाम,सतनाम संकीर्तन,Meaning of संकीर्तन in Hindi,सतनाम संकीर्तन अर्थ सहित,जपो सतनाम भजो सतनाम,भजो मन सतनाम के,हरिनाम संकीर्तन,नाम संकीर्तन - हरी नाम की महिमा,राम नाम संकीर्तन,नाम संकीर्तन यस्य,संकीर्तन यज्ञ,दत्त नाम संकीर्तन,संकीर्तन भजन,संकीर्तन का अर्थ, पर भी कुछ-न-कुछ जानकारी दी गई है।
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नाम संकीर्तन क्या है? बिषय पर बताते हुए गुरुदेव।
What is kirtan called in Hindi
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "हे भाई ! सब इच्छाओं को पूर्ण कर देने वाला सत्नाम का ध्यान करने का यत्न करो। जो सारशब्द, सत् शब्द और चुंबक ध्वनि भी कहलाता है, उस सतनाम को मेरा बारंबार नमस्कार है अर्थात् वह सतनाम मेरा अभीष्ट (इच्छित पदार्थ) है।....." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-
पदावली भजन 78 और भावार्थ। नाम संकीर्तन।
पदावली भजन 78 का भावार्थ। सतनाम संकीर्तन की बातें।
पदावली भजन 78 का टिप्पणी । परा, पसंयती और मध्यमा बानी
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प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" के इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के द्वारा आप ने जाना कि नाम संकीर्तन करने से क्या-क्या फायदे हैं? नाम संकीर्तन का सही तरीका क्या है? नाम संकीर्तन कैसे करें जिससे तुरंत आध्यात्मिक लाभ हो और साधना में प्रगति हो जाए। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद का पाठ किया गया है, उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।
महर्षि मेँहीँ पदावली..
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Reviewed by सत्संग ध्यान
on
1/12/2020
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