नानक वाणी 37, Manushy ke Shareer mein kitane Shabd hote hain ।। पंचे शबद बजे मति गुरमति ।। भजन भावार्थ सहित

 गुरु नानक साहब की वाणी / 37

प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज की भारती (हिंदी) पुस्तक "संतवाणी सटीक" एक अनमोल कृति है। इस कृति में बहुत से संतवाणीयों को एकत्रित करके सिद्ध किया गया है कि सभी संतों का एक ही मत है।  इसी हेतु सत्संग योग एवं अन्य ग्रंथों में भी संतवाणीयों का संग्रह किया गया है। जिसका शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी अन्य महापुरुषों के द्वारा किया गया हैै। यहां संतवाणी-सुधा सटीक से संत सद्गरु बाबा  श्री गुरु नानक साहब जी महाराज   की वाणी का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी बारे मेंं जानकारी दी जाएगी। जिसे पूज्यपाद  छोटेलाल दास जी महाराज ने लिखा है। 

इस भजन (कविता, गीत, भक्ति भजन, पद्य, वाणी, छंद)  में बताया गया है कि- शरीर के अंदर कितने शब्द बजते हैं? इन शब्दों को कौन सुन पाता है? अनाहत शब्द का क्या महत्व है? परमात्मा को सबमें कौन देख सकता है? गुरु शब्द किसे कहते हैं? परमात्मा कैसा है? परमात्मा का भजन कैसे किया जाता है? अरदास में क्या बोलना चाहिए? कौन भक्तों की लाज रखता है? परमात्मा और जी का मिलन कैसे होता है?  इन बातों की जानकारी  के साथ-साथ निम्नलिखित प्रश्नों के भी कुछ-न-कुछ समाधान पायेंगे। जैसे किमानव शरीर के बारे में जानकारी, मानव शरीर का सामान्य परिचय, शरीर के शब्द की जानकारी, मानव शरीर के अंगों और उनके कार्यों, मानव शरीर व शरीर रचना की व्याख्या, मानव शरीर का निर्माण, मानव शरीर की रचना, मानव शरीर की आंतरिक संरचना का चित्र, मनुष्य के शरीर में, मनुष्य के शरीर में कितने शब्द होते हैं, शरीर में कितने शब्द होते हैं, शरीर के आंतरिक शब्द,गुरु शब्द का अर्थ हिंदी में, गुरु शब्द के दो अर्थ, गुरु की आवश्यकता, आदि बातें। इन बातों को जानने के पहले, आइए !  सदगुरु बाबा नानक साहब जी महाराज का दर्शन करें-

इस भजन के पहले वाले भजन ''जीआ अंदरि जीउ शबदु है ,....'' को भावार्थ सहित पढ़ने के लिए   यहां दबाएं 


Anahad shabdon per charcha karte Baba Nanak

मनुष्य के शरीर में कितने शब्द होते हैं? How many words are there in human body?

सदगुरु बाबा नानक साहब जी महाराज कहते हैं कि- "How many words are formed inside the body?  Who can hear these words?  What is the significance of the word Anahata?  Who can see God in everyone?  What is the word Guru?  How is the divine  How is God worshiped?  What to say in Ardas?  Who takes care of devotees?  How does god and ji meet?" इसे अच्छी तरह समझने के लिए गुरु वाणी का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है; उसे पढ़ें-  


 ॥ पउड़ी , महला ४ ॥ 

( शब्द १ 


पंचे शबद बजे मति गुरमति , बड़ भागी अनहदु बजिआ । 
आनंद मूलु रामु सभु देखिआ , गुर शबदी गोबिंदु गजिआ ॥  
आदि जुगादि वेसु हरि एको , मति गुरपति हरि प्रभ भजिआ । 
हरि देबहु दानु दइआल प्रभ जन , राखहु हरि प्रम लजिआ ॥ 
सभि धनु कहह गुरु सतिगुरू गुरु सतिगुरू । 
जितु मिलि पड़दा कजिआ ।७ ॥ 

शब्दार्थ - गजिआ - गर्जन करता है , पुकारता है । आदि प्रारंभ से , प्रकृति के बनने के पहले से । जुगादि युगों ( देश - काल ) के पहले से । बेसु - वेश , स्वरूप । जन - भक्त । धनु - धन्य । जितु - जिससे । पड़दा - पर्दा , आवरण । कजिआ खुलता है , कटता है । 


Tikakar Swami Lal Das Ji Maharaj
भावार्थकार- बाबा लालदास

भावार्थ - शरीर के अंदर पाँच केन्द्रीय शब्द बजते हैं । बड़भागी गुरुमति ( गुरुमुख ) अनहद शब्दों के बाजे बजाते हैं अर्थात् अनहद शब्दों को प्रत्यक्ष करते हैं । वे आनंद की जड़ राम ( परमात्मा ) को सबमें देखते हैं । गुरुशब्द ( अनाहत नाद ) के द्वारा गोविन्द ( परमात्मा ) अंदर में गर्जन ( पुकार ) कर रहा है । प्रकृति के बनने के पहले से ही और युगों ( देश - काल ) के भी बनने के पहले से ही हरि ( परमात्मा ) का रूप एक - सा है । गुरुमति उस हरि - प्रभु ( परमात्मा ) को गुरुशब्द के द्वारा भजते हैं । हे दयालु प्रभो ! हरिनाम ( अनाहत नाद ) का दान दीजिये । हे हरि प्रभो ! भक्तों की लज्जा ( प्रतिष्ठा ) की रक्षा कीजिए । गुरु नानकदेवजी महाराज कहते हैं कि सभी लोग ' धन्य - धन्य ' कहते हुए ' गुरु - सतगुरु , गुरु - सतगुरु ' जपिये , जिन सद्गुरु से मिलने पर परमात्मा और जीव के बीच पड़ा हुआ अज्ञान का पर्दा खुल जाता है ॥७ ॥

---×---


इस भजन के बाद वाले भजन  ''रामा रम रामो सुनि मनु भीजै ॥....''   को भावार्थ सहित पढ़ने के लिए   यहां दबाएं।


प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "संतवाणी सटीक" के इस लेख का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि shareer ke andar kitane shabd banate hain? in shabdon ko kaun sun paata hai? anaahat shabd ka kya mahatv hai? paramaatma ko sabamen kaun dekh sakata hai? guru shabd kise kahate hain? paramaatma kaisa hai? paramaatma ka bhajan kaise kiya jaata hai? aradaas mein kya bolana chaahie? kaun bhakton kee laaj rakhata hai? paramaatma aur jee ka milan kaise hota hai?   इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। निम्न वीडियो में उपर्युक्त लेख का पाठ करके सुनाया गया है। 


नानक वाणी भावार्थ सहित

संतवाणी-सुधा सटीक, पुस्तक, स्वामी लाल दास जी महाराज टीकाकृत
संतवाणी-सुधा सटीक
अगर आप 'संतवाणी-सुधा सटीक"' पुस्तक से महान संत सद्गुरु श्री नानक साहब जी महाराज के  अन्य पद्यों को अर्थ सहित जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से जानना चाहते हैं तो     यहां दबाएं। 

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए  शर्तों के बारे में जानने के लिए.  यहां दवाएं।
नानक वाणी 37, Manushy ke Shareer mein kitane Shabd hote hain ।। पंचे शबद बजे मति गुरमति ।। भजन भावार्थ सहित नानक वाणी 37, Manushy ke Shareer mein kitane Shabd hote hain ।। पंचे शबद बजे मति गुरमति ।। भजन भावार्थ सहित Reviewed by सत्संग ध्यान on 2/07/2021 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया सत्संग ध्यान से संबंधित किसी विषय पर जानकारी या अन्य सहायता के लिए टिप्पणी करें।

Blogger द्वारा संचालित.