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नानक वाणी 36, Shabd-Saadhan mein Chetan Shabd ।। जीआ अंदरि जीउ शबदु है ।। भजन भावार्थ सहित

 गुरु नानक साहब की वाणी / 36

प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज की भारती (हिंदी) पुस्तक "संतवाणी सटीक" एक अनमोल कृति है। इस कृति में बहुत से संतवाणीयों को एकत्रित करके सिद्ध किया गया है कि सभी संतों का एक ही मत है।  इसी हेतु सत्संग योग एवं अन्य ग्रंथों में भी संतवाणीयों का संग्रह किया गया है। जिसका शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी अन्य महापुरुषों के द्वारा किया गया हैै। यहां संतवाणी-सुधा सटीक से संत सद्गरु बाबा  श्री गुरु नानक साहब जी महाराज   की वाणी का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी बारे मेंं जानकारी दी जाएगी। जिसे पूज्यपाद  छोटेलाल दास जी महाराज ने लिखा है। 

इस भजन (कविता, गीत, भक्ति भजन, पद्य, वाणी, छंद)  में बताया गया है कि- चेतन शब्द कहां है? सब्द-साधन में किस शब्द से सूरत का मिलाप होता है? चेतन शब्द की महिमा कैसा है?  परमात्मा किससे प्राप्त होता है? क्या हठयोग करने से और वेद पढ़ने से परमात्मा प्राप्त होता है? सद्गुरु की दया की आवश्यकता क्यों है? परमात्मा को कौन प्राप्त कर सकता है?  इन बातों की जानकारी  के साथ-साथ निम्नलिखित प्रश्नों के भी कुछ-न-कुछ समाधान पायेंगे। जैसे किचेतना क्या है, चेतना का मतलब, किस अवस्था में चेतना भावनात्मक होती है, चेतना के प्रकार, धार्मिक चेतना क्या है, चेतना का विकास, मानव चेतना का अर्थ एवं क्षेत्र का विस्तृत वर्णन, मानव चेतना एवं योग विज्ञान, चेतना चित्र, मानव चेतना का वर्तमान संकट, चेतना की अवस्था, चेतना के प्रकार नाम सहित, गुरु महिमा पाठ, गुरु की महिमा पर निबंध, गुरु की महिमा पर शायरी, गुरु महिमा के दोहे, गुरु' शब्द की महिमा, गुरु महिमा भजन लिरिक्स, गुरु महिमा वाणी, गुरु महिमा, सत्संग भजन, गुरु महिमा गीत, वेदों में गुरु महिमा, आदि बातें। इन बातों को जानने के पहले, आइए !  सदगुरु बाबा नानक साहब जी महाराज का दर्शन करें-

इस भजन के पहले वाले भजन ''निहचल एक सदा सचु सोई ,....'' को भावार्थ सहित पढ़ने के लिए   यहां दबाएं      


Nadan anusandhan mein kis Shabd ka Dhyan Kiya jata hai is per charcha karte Baba Nanak

शब्द साधन में चेतन शब्द का महत्व और महिमा Importance and glory of the word conscious in word instrument

सदगुरु बाबा नानक साहब जी महाराज कहते हैं कि- "Where is the word conscious  With which word in the sabd-saadha is Surat reconciled?  How is the glory of the word Chetan?  Who gets the divine?  Does one attain God by practicing hatha yoga and reading the Vedas?  Why does the Sadguru need mercy?  Who can attain the divine?wisdom?  Whom does truth and restraint meet?" इसे अच्छी तरह समझने के लिए गुरु वाणी का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है; उसे पढ़ें-  


 ॥ सलोक , महला ३ ॥ 

( शब्द ८ 

जीआ अंदरि जीउ शबदु है , जितु महि मेलावा होई । 
बिनु शबदै जगि आनेरु है , शबदै परगटु होई ॥ 
पंडति मौन पड़ि पड़ि थके , भेख थके तनु धोइ । 
बिनु शबदै किनै न पाइउ , दुखिए चले रोइ ॥ 
नानक नदरी पाइए , करमि परापति होइ ॥२ ॥ 

शब्दार्थ - जीआ अंदरि - जीव के अंदर , हृदय के अंदर । जीउ शबदु जीवस्वरूपी शब्द , चेतन शब्द । आनेरु - अँधेरा , अंधा । नदरी पाइए नजर से पाइए , प्रत्यक्ष रूप से पाइए । करमि - करम , दया । परापति - प्राप्ति । 


Tikakar Swami Lal Das Ji Maharaj
भावार्थकार- बाबा लालदास

भावार्थ - जीवों के अंदर या हृदय के अंदर चेतन शब्द ( अनाहत शब्द ) है । शब्द - साधना में उसी चेतन शब्द में सुरत का मिलाप होता है । उस शब्द को पाये बिना सारा संसार अंधकारमय है ( संसार के सारे लोग अज्ञानी बने हुए हैं ) । उस शब्द से ही परमात्मा प्रत्यक्ष होता है अथवा उस शब्द से ही संसार प्रकट हुआ है । कितने ही पंडित वेदादि धर्मग्रंथ पढ़ - पढ़कर थक गये और ज्ञान का बखान करते - करते अंत में मौन हो गये ; कितने ही भेषधारी ( हठयोगी ) शरीर को यौगिक क्रिया से शुद्ध कर - करके और तपस्वी तपस्या के द्वारा शरीर को पीड़ा दे - देकर थक गये ; परंतु उस शब्द के बिना किसी ने परमात्मा को नहीं पाया ; अंततः सभी रोते हुए - दुःखी होकर संसार से चल बसे ॥ गुरु नानकदेवजी महाराज कहते हैं कि सद्गुरु की दया मिलने पर ही कोई उस परमात्मा को प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त करता है ॥२ ॥ 

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इस भजन के बाद वाले भजन  ''पंचे शबद बजे मति गुरमति,....''   को भावार्थ सहित पढ़ने के लिए   यहां दबाएं।


प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "संतवाणी सटीक" के इस लेख का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि chetan shabd kahaan hai? sabd-saadhan mein kis shabd se soorat ka milaap hota hai? chetan shabd kee mahima kaisa hai?  paramaatma kisase praapt hota hai? kya hathayog karane se aur ved padhane se paramaatma praapt hota hai? sadguru kee daya kee aavashyakata kyon hai? paramaatma ko kaun praapt kar sakata hai?   इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। निम्न वीडियो में उपर्युक्त लेख का पाठ करके सुनाया गया है। 




नानक वाणी भावार्थ सहित

संतवाणी-सुधा सटीक, पुस्तक, स्वामी लाल दास जी महाराज टीकाकृत
संतवाणी-सुधा सटीक
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नानक वाणी 36, Shabd-Saadhan mein Chetan Shabd ।। जीआ अंदरि जीउ शबदु है ।। भजन भावार्थ सहित नानक वाणी 36, Shabd-Saadhan mein Chetan Shabd ।। जीआ अंदरि जीउ शबदु है ।। भजन भावार्थ सहित Reviewed by सत्संग ध्यान on 2/06/2021 Rating: 5

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