P23,(क) Measures for the salvation of the creatures "मोहि दे दो भक्ति दान...।।अर्थ सहित

महर्षि मेंहीं पदावली /23

     प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 23वां, पद्य- "मोहि दे दो भक्ति दान,..." का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूंज्यपाद संतसेवी जी  महाराज नेे किया है।
इस सद्गुरु भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद, भजन) "मोहि दे दो भक्ति दान,..." में बताया गया है कि- ईश्वर रूपी सद्गुरु सेे प्रार्थना मैं क्या मांगे और प्रार्थना केे बारे लोग निम्नांकित ढंग सेे सोचते हैं। prayer kya hai hindi, masihi prathana kaise kare, prarthana ke prakar, parmeshwar se kaise prathna kare,  prathna kaise kare, yeshu prayer in hindi, importance of prayer in hindi आदि।

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P23,(क) Measures for the salvation of the creatures "मोहि दे दो भक्ति दान...।।अर्थ सहित। सद्गुरु महर्षि मेंही और टीकाकार पूज्य पाद स्वामी संतसेवी जी महाराज
सद्गुरु महर्षि मेंहीं और टीकाकार- पूज्यपाद स्वामी संतसेवी जी महाराज


Measures for the salvation of the creatures

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं-
प्राणियों के उद्धार के उपाय शास्त्रों में गुरु भक्ति और ध्यान बताया गया है।   गुरु महाराज जब ध्यान में आगे नहीं बढ़ पा रहे थे, तो अपने गुरु से अत्यंत विनम्र भाव में याचना करते हुए निम्न भावों में डूबे रहते थे। उन्हीं भावों को पद्य रूप में परिवर्तित कर दिए। Measures for the salvation of the creatures "मोहि दे दो भक्ति दान ..." प्रस्तुत है उसी पद का भावार्थ सहित वर्णन-

P23, Measures for the salvation of the creatures "मोहि दे दो भक्ति दान...।।अर्थ सहित, पूज्य पाद संतसेवी जी महाराज द्वारा लिखित पदावली भजन भावार्थ
मुझे पाद संतसेवी जी महाराज द्वारा लिखित पदावली भजन भावार्थ।
पूज्यपाद श्रीधर बाबा द्वारा किया गया इस पदावली भजन का टीका निम्न प्रकार है-

P23,(क) Measures for the salvation of the creatures "मोहि दे दो भक्ति दान...।।अर्थ सहित। पूज्यपाद श्रीधर दास जी महाराज द्वारा किया गया टीका
स्वामी श्रीधर दास जी महाराज द्वारा किया गया टीका

इसी भजन का पूज्यपाद लालदास जी महाराज के द्वारा किया गया है, उसे टीका को पढ़ने के लिए  यहां दबाएं

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प्रभु प्रेमियों !  "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक  से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि ईश्वर रूपी सद्गुरु सेे प्रार्थना मैं क्या मांगे। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।-




महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. 
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