P22, What are the basic prayers "गुरु कीजै भवनिधि पार,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित/सत्संग ध्यान
महर्षि मेंहीं पदावली / 22
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 22वां, पद्य- "गुरु कीजै भवनिधि पार,..." का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस सद्गुरु prayers (कविता, पद्य, वाणी, छंद, भजन) "गुरु कीजै भवनिधि पार,..." में बताया गया है कि- संसार-समुद्र से पार होने की प्रार्थना,सामुदायिक प्रार्थना,Bhavsagar,ज्ञान की नौका से भवसागर पार,है प्रार्थना गुरुदेव से,गुरु जी की प्रार्थना,गुरुदेव की प्रार्थना,गुरु वंदना,गुरु मंत्र,गुरु आराधनावली,संसार सागर क्या है, संसार सागर है सुख दुःख दो किनारे हैं,जाने संसार सागर से कैसे होगे पार,संसार सागर से मुक्ति चाहते हो तो,संसार दुखों का सागर है तेरा नाम जहाज है सांवरिया,संसार सागर से पार,यह संसार क्या है,संसार-सागर को पार करने के लिये आदि।
इस पद्य के पहले वाले पद्य को पढ़ने के लिए
सद्गुरु महर्षि मेंही और टीकाकार लाल दास जी महाराज
What are the basic prayers
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "हे दयालु स्वामी गुरुदेव ! मुझे संसार-समुद्र (भवसागर) के पार कर दीजिए। (संसार-समुद्र का पार अर्थात दूसरा किनारा परमात्मपद है) नौ द्वारोंवाले शरीर और 14हो इंद्रियों के संग होने से मैं संसार का अपार दुख सह रहा हूं।.....Prayer to cross the world,What are the basic prayers,Prayer for the Salvation of the World,Prayer,prayers for the world,intercessory prayers for today,universal prayer for world peace,prayer for the world quotes,very short prayer for world peace,daily prayers,........." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-
पदावली भजन 22 शब्दार्थ।
पदावली भजन 22, शब्दार्थ भावार्थ, टिप्पणी।
इस पद्य के बाद वाले पद्य को पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
प्रभु प्रेमियों ! "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि संसार-समुद्र से पार होने की प्रार्थना,सामुदायिक प्रार्थना,Prayer to cross the world,What are the basic prayers । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।
महर्षि मेँहीँ पदावली..
अगर आप 'महर्षि मेँहीँ पदावली' पुस्तक के अन्य पद्यों के अर्थों के बारे में जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से समझना चाहते हैं तो
सत्संग ध्यान संतवाणी ब्लॉग की अन्य संतवाणीयों के अर्थ सहित उपलब्धता के बारे में अधिक जानकारी के लिए 👉यहाँ दवाएँ.
सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए शर्तों के बारे में जानने के लिए 👉 यहां दवाए।
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 22वां, पद्य- "गुरु कीजै भवनिधि पार,..." का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस सद्गुरु prayers (कविता, पद्य, वाणी, छंद, भजन) "गुरु कीजै भवनिधि पार,..." में बताया गया है कि- संसार-समुद्र से पार होने की प्रार्थना,सामुदायिक प्रार्थना,Bhavsagar,ज्ञान की नौका से भवसागर पार,है प्रार्थना गुरुदेव से,गुरु जी की प्रार्थना,गुरुदेव की प्रार्थना,गुरु वंदना,गुरु मंत्र,गुरु आराधनावली,संसार सागर क्या है, संसार सागर है सुख दुःख दो किनारे हैं,जाने संसार सागर से कैसे होगे पार,संसार सागर से मुक्ति चाहते हो तो,संसार दुखों का सागर है तेरा नाम जहाज है सांवरिया,संसार सागर से पार,यह संसार क्या है,संसार-सागर को पार करने के लिये आदि।
इस पद्य के पहले वाले पद्य को पढ़ने के लिए
सद्गुरु महर्षि मेंही और टीकाकार लाल दास जी महाराज |
What are the basic prayers
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "हे दयालु स्वामी गुरुदेव ! मुझे संसार-समुद्र (भवसागर) के पार कर दीजिए। (संसार-समुद्र का पार अर्थात दूसरा किनारा परमात्मपद है) नौ द्वारोंवाले शरीर और 14हो इंद्रियों के संग होने से मैं संसार का अपार दुख सह रहा हूं।.....Prayer to cross the world,What are the basic prayers,Prayer for the Salvation of the World,Prayer,prayers for the world,intercessory prayers for today,universal prayer for world peace,prayer for the world quotes,very short prayer for world peace,daily prayers,........." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-
पदावली भजन 22 शब्दार्थ। |
पदावली भजन 22, शब्दार्थ भावार्थ, टिप्पणी। |
इस पद्य के बाद वाले पद्य को पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. |
अगर आप 'महर्षि मेँहीँ पदावली' पुस्तक के अन्य पद्यों के अर्थों के बारे में जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से समझना चाहते हैं तो
सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए शर्तों के बारे में जानने के लिए 👉 यहां दवाए।
P22, What are the basic prayers "गुरु कीजै भवनिधि पार,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित/सत्संग ध्यान
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
12/13/2019
Rating:
कोई टिप्पणी नहीं:
कृपया सत्संग ध्यान से संबंधित किसी विषय पर जानकारी या अन्य सहायता के लिए टिप्पणी करें।