P40, How to see God? "नैन सों नैनहिं देखिए जैसे।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।

महर्षि मेंहीं पदावली / 38

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 38वां पद्य  "है जिसका नहिं रंग नहिं रूपरेखा।.....''  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस God भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद, भजन) "नैन सों नैनहिं देखिए जैसे।..." में बताया गया है कि- ईश्वर (परमात्मा) को कैसे देखें,कैसे जल्दी हो परमात्मा की प्राप्ति,जानें- कैसे देखें अपने अंदर परमात्मा,ईश्वर है,भगवान है,परमात्मा है,परमात्मा को कैसे पुकारें,ईश्वर को जाने कैसे,ईश्वर की प्राप्ति कैसे हो,ईश्वर प्राप्ति मंत्र,परमात्मा प्राप्ति मंत्र,भक्ति से ही परमात्मा की प्राप्ति,परमात्मा की प्राप्ति के उपाय,भगवान की प्राप्ति के उपाय,परमात्मा का ध्यान,परमात्मा का नाम,परमात्मा के भजन,ईश्वर के दर्शन करना चाहते हैं तो पढ़ें, Atma Se Parmatma Tak, आदि।

इस पद्य के  पहले वाले पद्य को पढ़ने के लिए  

P40,  How to see God? "नैन सों नैनहिं देखिए जैसे।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। ईश्वर को कैसे देखें पर विचार-विमर्श करते संत।
ईश्वर को कैसे देखें पर विचार-विमर्श करते संत



How to see God? "नैन सों नैनहिं देखिए ...

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- "जैसे अपनी आंख को अपनी ही आंख से आईने के द्वारा देखते हैं, वैसे ही चेतन आत्मा अपने अंशी परमात्मा को अपने से योग-साधन के द्वारा देखती है। जैसे त्वचा ज्ञानेंद्रिय किसी वस्तु का संसर्ग करके स्पर्श विषय का सुख प्राप्त करती है, वैसे ही चेतन आत्मा भी परमात्मा से मिलकर सुख प्राप्त करती है।......" इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-

P40,  How to see God? "नैन सों नैनहिं देखिए जैसे।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 40, आचार्य संतसेवी द्वारा किया गया शब्दार्थ भावार्थ।
पदावली भजन 40, आचार्य संतसेवी द्वारा किया गया शब्दार्थ भावार्थ।

P40,  How to see God? "नैन सों नैनहिं देखिए जैसे।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 40, लालदास महाराज द्वारा किया गया शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी।
पदावली भजन 40 लालदास महाराज द्वारा किया गया शब्दार्थ भावार्थ और टिप्पणी।


इस पद्य के  बाद वाले पद्य को पढ़ने के लिए  

प्रभु प्रेमियों !  "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक  से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने what is god,Who Made God,Where did God come from? Best answer,How to Get God to Answer Your Prayer - God's Battle Plan, इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।



महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. 
अगर आप 'महर्षि मेँहीँ पदावली' पुस्तक के अन्य पद्यों के अर्थों के बारे में जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से समझना चाहते हैं तो 

सत्संग ध्यान संतवाणी ब्लॉग की अन्य संतवाणीयों के अर्थ सहित उपलब्धता के बारे में अधिक जानकारी के लिए 👉यहाँ दवाएँ.

सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए  शर्तों के बारे में जानने के लिए   👉  यहां दवाए
P40, How to see God? "नैन सों नैनहिं देखिए जैसे।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। P40,  How to see God? "नैन सों नैनहिं देखिए जैसे।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। Reviewed by सत्संग ध्यान on 12/21/2019 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया सत्संग ध्यान से संबंधित किसी विषय पर जानकारी या अन्य सहायता के लिए टिप्पणी करें।

Blogger द्वारा संचालित.