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दरिया साहबM 01, Dhyan Yoga in Santwani, "दरिया त्रिकुटी संध में,..."ध्यान योग विषयक भजन अर्थ सहित

संत दरिया साहब (मारवाड़ी) की वाणी / 01

    प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "संतवाणी सटीक" अनमोल कृति है। इस कृति मैं बहुत से संतो के वाणियों को एकत्रित किया गया है, जिससे यह सिद्ध हो सके कि सभी संतों के सार विचार एक ही हैं।उन्ही वाणियों का टीकाकरण किया गया है। यहां हमलोग संत श्री दरिया साहब की वाणी "दरिया त्रिकुटी संध में...' भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी पढेंगे। जिसे पूज्य पाद लाल दास जी महाराज ने लिखा है।

इस पोस्ट के पढ़ने से आप निम्नलिखित प्रश्नों में से कुछ ना कुछ है का उत्तर अवश्य पाएंगे जैसे कि  संत दरिया वाणी में ध्यान योग,दरिया वाणी अर्थ सहित,ध्यान क्रिया,ध्यान को परिभाषित,ध्यान कैसे लगायें,ध्यान की व्याख्या,ध्यान की विशेषताओं,ध्यान योग,ध्यान क्रिया वीडियो,ध्यान के प्रकार,स्थूल ध्यान,ध्यान के खतरे,ध्यान के चमत्कारिक अनुभव आदि बातें। त्रिकुटी में ध्यान कैसे करते हैं? संत दरिया साहब (मारवाड़ी) वाले के इस वाणी से ज्ञात होता है। इसी के बारे में श्रीमद् भागवत गीता में पूरा एक अध्याय में लिखा गया है। ध्यान योग की बड़ी महिमा हैं। निर्गुणी सन्तों में satguru dariya saheb bani का बड़ा महत्व है। 

संत दरिया साहब की वाणी के पहले संत चरण दास जी महाराज की वाणी का भावार्थ पढ़ने के लिए   यहां दबाएं।

दरिया साहबM 01, Dhyan Yoga in Santwani, "दरिया त्रिकुटी संध में,..."ध्यान योग विषयक भजन अर्थ सहित। संत दरिया साहब मारवाड़ी और टीकाकार लाल दास जी महाराज
संत दरिया साहब मारवाड़ी और टीकाकार लालदास जी 

संत दरिया बानी में ध्यान योग Dhyan Yoga in Santwani

  संत दरिया साहब मारवारी जी महाराज कहते हैं कि जो ध्यान योग करना चाहता है। उसे पहले समझना होगा कि ध्यान क्या है? ध्यान कैसे करना चाहिए? ध्यान करने के लिए धैर्य आवश्यक है। बिना धैर्य के व्यक्ति ध्यान में तरक्की नहीं कर सकता। इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस पद का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है । इसके बारे में अच्छी तरह जानने के लिए निम्नलिखित चित्र में पढ़ें-

दरिया साहबM 01, Dhyan Yoga in Santwani, "दरिया त्रिकुटी संध में,..."ध्यान योग विषयक भजन अर्थ सहित। संत दरिया साहब की वाणी भावार्थ सहित
संत दरिया साहब की बानी भावार्थ सहित

इस भजन के बाद वाले भजन का शब्दार्थ, भावार्थ पढ़ने के लिए   यहां दवाएं।

      प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "संतवाणी सटीक" से संत दरिया साहब की बानी का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि  ध्यान कैसे किया जाता है? जिससे जल्दी सफलता मिले । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। हमारा अगला पोस्ट पढ़ना ना भूलें-



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दरिया साहबM 01, Dhyan Yoga in Santwani, "दरिया त्रिकुटी संध में,..."ध्यान योग विषयक भजन अर्थ सहित दरिया साहबM 01, Dhyan Yoga in Santwani, "दरिया त्रिकुटी संध में,..."ध्यान योग विषयक भजन अर्थ सहित Reviewed by सत्संग ध्यान on 6/17/2020 Rating: 5

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