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P90, Benefits of gurnam sankirtan "भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित।

महर्षि मेंहीं पदावली / 90

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 90वां पद्य  "भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए,...'  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।

इस Santmat meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए,..." में बताया गया है कि- गुरु नाम संकीर्तन करने से क्या-क्या लाभ होते हैं। गुरु नाम संकीर्तन कैसे करना चाहिए। इन बातों के साथ-साथ निम्नलिखित प्रश्नें भी विचारनीय हैं- गुरु से होने वाले लाभ,जाप से होने वाले लाभ,राम नाम संकीर्तन,होरी नाम संकीर्तन,गुरु नाम संकीर्तन,गुरु नाम संकीर्तन के लाभ,गुरु नाम, गुरु नाम संकीर्तन कैसे करें, महर्षि मेंहीं पदावली में गुरु नाम संकीर्तन, पदावली में गुरु नाम संकीर्तन के लाभ,भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए,गुरु सत्संग भजन,लेलो लेलो गुरु का नाम,ले गुरु का नाम,गुरु सत्संग,गुरु का सत्संग,गुरु जी का सत्संग सुनाओ।

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P90, Benefits of gurnam sankirtan "भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। गुरु नाम संकीर्तन पर चर्चा करते गुरुदेव
गुरु नाम संकीर्तन पर चर्चा करते गुरुदेव



Benefits of gurnam sankirtan

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- "हे भाइयों ! सच्चे गुरु की भक्ति करो। गुरु ज्ञान की जो बातें विचार करके मुंह से कहते हैं, उनसे भक्तों की अज्ञानता का नाश हो जाता है।....." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-

P90, Benefits of gurnam sankirtan "भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 90 और शब्दार्थ।
पदावली भजन 90 और शब्दार्थ।

P90, Benefits of gurnam sankirtan "भजो सत्यगुरु सत्यगुरु सत्यगुरु ए,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। पदावली भजन 90 का भावार्थ और टिप्पणी।
पदावली भजन 90 का भावार्थ और टिप्पणी।

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प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" के भजन नं. 90 का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के द्वारा आपने जाना कि गुरु नाम संकीर्तन करने से क्या-क्या लाभ होते हैं। गुरु नाम संकीर्तन कैसे करना चाहिए । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।





महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
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