गुरु नानक साहब की वाणी / 40
इस भजन के पहले वाले भजन ''अंतरि गुरु आराधणा,....'' को भावार्थ सहित पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
What can Saint Satguru give. संत सतगुरु क्या-क्या दे सकते हैं
१ ॐ सतिगुर प्रसादि
हसं दिआ खेलं दिआ पैनं दिआ , खावं दिआ बिचे होवै मुकती ॥२ ॥
शब्दार्थ - भेटि - भेंट होने पर , मिलने पर । जुगती - युक्ति , योग , भक्ति । पैनं - पीना । ( अन्य शब्दों की जानकारी के लिए "संतमत+मोक्ष-दर्शन का शब्दकोश" देखें )
भावार्थ - गुरु नानकदेवजी महाराज कहते हैं कि सद्गुरु के मिलने पर युक्ति ( साधना , योग , भक्ति ) पूरी होती है । वे सद्गुरु भक्तों को हँसना खेलना ( हँसी - खुशी ) देते हैं ; खाना पीना ( भोजन - छाजन ) देते हैं और इन्हीं सब बातों के बीच उनकी ही कृपा से उन भक्तों को परम मोक्ष भी प्राप्त हो जाता है ॥२ ॥ ∆
इस भजन के बाद वाले भजन ''गुरु की मूरति मन महि धिआनु....'' को भावार्थ सहित पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "संतवाणी सटीक" के इस लेख का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि sachcha sataguru milane par kya hota hai? guru bhakti se kya kya-kya praapt ho sakata hai? guru mahaaraaj kya-kya dete hain? sachche sadguru hee moksh de sakate hain.uru kinako paramaatma ka darshan karaate hain? इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। निम्न वीडियो में उपर्युक्त लेख का पाठ करके सुनाया गया है।
संतवाणी-सुधा सटीक |
कोई टिप्पणी नहीं:
कृपया सत्संग ध्यान से संबंधित किसी विषय पर जानकारी या अन्य सहायता के लिए टिप्पणी करें।