महर्षि मेंहीं पदावली / 32
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 32वां, पद्य- "सतगुरु साहब की बलिहारी,..." का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस सद्गुरु भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद, भजन) "सतगुरु साहब की बलिहारी,,..." में बताया गया है कि- Balihari guru dev apki,बलिहारी गुरु आपने,बलिहारी गुरुदेव आपने बलिहारी,सतगुरु की महिमा अनंत,सतगुरु ने बलिहारी,घना अंधकार फैला हुआ है,आंतरिक अंधकार,ज्ञान से ऐसे दूर होगा जीवन का अन्धकार,शास्त्र वचन आंतरिक अंधकार,गुरु के ज्ञान से दूर होता है आंतरिक अंधकार,आंतरिक प्रार्थना एवं अनुभव,प्रार्थना का महत्व,प्रार्थना क्या है, क्यों करें प्रार्थना,बलिहारी गुरु आपने का अर्थ, आदि।
इस पद्य के पहले वाले पद्य को पढ़ने के लिए
सद्गुरु महर्षि मेंहीं के चरणों में टीकाकार
What is important prayer
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "स्वामी सदगुरु की बड़ी महिमा है। यह संसार अंधकार भरे सूखे गहरे कुएं के समान अत्यंत भयंकर (दुखदाई) है। शरीर के बीच भी घना अंधकार छाया हुआ है। इस घने अंधकार में पड़ा हुआ जीव अपने निज घर-- परमात्म-पद की शुध विसार कर अनेक प्रकार के दुःख पा रहा है। सद्गुरु-बिहीन होने के कारण ही वह अत्यंत दु:खित हो रहा है।..." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-
पदावली भजन 32 शब्दार्थ।
पदावली भजन 32, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी।
इस पद्य के बाद वाले पद्य को पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
प्रभु प्रेमियों ! "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि What are the benefits of praying,Why should we pray,What is more important: faith or prayer,importance of prayer, इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।
महर्षि मेँहीँ पदावली..
अगर आप 'महर्षि मेँहीँ पदावली' पुस्तक के अन्य पद्यों के अर्थों के बारे में जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से समझना चाहते हैं तो
सत्संग ध्यान संतवाणी ब्लॉग की अन्य संतवाणीयों के अर्थ सहित उपलब्धता के बारे में अधिक जानकारी के लिए 👉यहाँ दवाएँ.
सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए शर्तों के बारे में जानने के लिए 👉 यहां दवाए।
प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 32वां, पद्य- "सतगुरु साहब की बलिहारी,..." का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है।
इस सद्गुरु भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद, भजन) "सतगुरु साहब की बलिहारी,,..." में बताया गया है कि- Balihari guru dev apki,बलिहारी गुरु आपने,बलिहारी गुरुदेव आपने बलिहारी,सतगुरु की महिमा अनंत,सतगुरु ने बलिहारी,घना अंधकार फैला हुआ है,आंतरिक अंधकार,ज्ञान से ऐसे दूर होगा जीवन का अन्धकार,शास्त्र वचन आंतरिक अंधकार,गुरु के ज्ञान से दूर होता है आंतरिक अंधकार,आंतरिक प्रार्थना एवं अनुभव,प्रार्थना का महत्व,प्रार्थना क्या है, क्यों करें प्रार्थना,बलिहारी गुरु आपने का अर्थ, आदि।
इस पद्य के पहले वाले पद्य को पढ़ने के लिए
सद्गुरु महर्षि मेंहीं के चरणों में टीकाकार |
What is important prayer
सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी कहते हैं- "स्वामी सदगुरु की बड़ी महिमा है। यह संसार अंधकार भरे सूखे गहरे कुएं के समान अत्यंत भयंकर (दुखदाई) है। शरीर के बीच भी घना अंधकार छाया हुआ है। इस घने अंधकार में पड़ा हुआ जीव अपने निज घर-- परमात्म-पद की शुध विसार कर अनेक प्रकार के दुःख पा रहा है। सद्गुरु-बिहीन होने के कारण ही वह अत्यंत दु:खित हो रहा है।..." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़ें-
पदावली भजन 32 शब्दार्थ। |
पदावली भजन 32, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी। |
इस पद्य के बाद वाले पद्य को पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
प्रभु प्रेमियों ! "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि What are the benefits of praying,Why should we pray,What is more important: faith or prayer,importance of prayer, इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. |
अगर आप 'महर्षि मेँहीँ पदावली' पुस्तक के अन्य पद्यों के अर्थों के बारे में जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से समझना चाहते हैं तो
सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए शर्तों के बारे में जानने के लिए 👉 यहां दवाए।
P32, What is important prayer "सतगुरु साहब की बलिहारी,..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
12/17/2019
Rating:
कोई टिप्पणी नहीं:
कृपया सत्संग ध्यान से संबंधित किसी विषय पर जानकारी या अन्य सहायता के लिए टिप्पणी करें।