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P62, Symptoms of Vision Yoga Siddhi? 'सुषमनियां में मोरी नजर लागी,...' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित

महर्षि मेंहीं पदावली / 62  

प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 62वां पद्य  "सुषमनियां में मोरी नजर लागी,....''  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे  पूज्यपाद लालदास जी महाराज  नेे किया है।
इस Santmat meditations भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "अंतर के अंतिम तह में गुरु हैं,... " में बताया गया है- दृष्टियोग साधना जिनको सिद्ध हो गया है, तो इसके क्या लक्षण है?  सुषुम्ना रहस्य, सुषुम्ना जागरण, सुषुम्ना के कार्य, सुषुम्ना का अर्थ, सुषुम्ना नाड़ी एक्टिवेशन, सुषुम्ना नाड़ी जागरण, सुषुम्ना चलने का प्रभाव,ध्यान क्यों करना चाहिएं? आदि बातें।

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P62, Symptoms of Vision Yoga Siddhi? 'सुषमनियां में मोरी नजर लागी,...' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। ध्यानाभ्यास में दृष्टि योग पर चर्चा करते गुरुदेव।
ध्यान अभ्यास में दृष्टि योग पर चर्चा करते गुरुदेव।

Symptoms of Vision Yoga Siddhi दृष्टि योग सिद्धि के लक्षण

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं- कि दृष्टियोग सिद्ध हो गया, इसकी क्या पहचान है ? दृष्टि को अगल-बगल कहीं भी नहीं डोलना चाहिए और गुरु निर्दिष्ट स्थान पर उसे स्थिर होना चाहिए। यही  (Symptomso of Vision Yoga Siddhi) दृष्टि योग सिद्धि के लक्षण होता है।इस संबंध में विशेष जानकारी के लिए इस पद्य का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है, उसे पढ़ें-

P62, Symptoms of Vision Yoga Siddhi? 'सुषमनियां में मोरी नजर लागी,...' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। रावली भजन 62 और शब्दार्थ। दृष्टि योग संबंधित पद्य।
पदावली भजन 62 और शब्दार्थ। दृष्टियोग संबंधित पद्य।

P62, Symptoms of Vision Yoga Siddhi? 'सुषमनियां में मोरी नजर लागी,...' महर्षि मेंहीं पदावली भजन अर्थ सहित। पदावली भजन 62 का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी। दृष्टि योग पर खुलासा।
पदावली भजन 62 का शब्दार्थ भावार्थ और टिप्पणी। दृष्टियोग पर खुलासा।

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आवश्यक नोट-


* मेडिटेशन का उद्देश्य वास्तव मे कोई लाभ प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, परंतु फिर भी इसकी सहायता से इंसान अपने उद्देश्य पर अपना ध्यान केन्द्रित करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकता है।
* ध्यान अभ्यास शुरू करने के पहले किसी सच्चे गुरु से दीक्षा लेना अति आवश्यक है। नहीं तो इसमें कई तरह के नुकसान हो सकते हैं?


प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के भारती पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" के भजन नं. 62 का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के द्वारा आपने जाना कि Symptomso of Vision Yoga Siddhi दृष्टि योग सिद्धि के लक्षण होता है इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नलिखित वीडियो देखें।




महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
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