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P105, Importance of service of guru stages, "सतगुरु चरण टहल नित करिये,...''महर्षि मेंहीं पदावली भजन

महर्षि मेंहीं पदावली / 105

      प्रभु प्रेमियों ! संतवाणी अर्थ सहित में आज हम लोग जानेंगे- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) पुस्तक "महर्षि मेंहीं पदावली" जो हम संतमतानुयाइयों के लिए गुरु-गीता के समान अनमोल कृति है। इस कृति के 105 वें पद्य  "सतगुरु चरण टहल नित करिये,.....''  का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी के  बारे में। जिसे पूज्यपाद लालदास जी महाराज नेे किया है। 
इस Santmat गुरु भक्ति भजन (कविता, पद्य, वाणी, छंद) "सतगुरु चरण टहल नित करिये,..." में बताया गया है कि- संतौं की महिमा,गुरु सेवा का महत्व,गुरु का महत्व क्या है,सेवा का महत्व,सेवा का महत्व-साखी, आदि पर विशेष रूप से चर्चा हुई है ।

इस पद्य के  पहले वाले पद्य को पढ़ने के लिए  


P105, Importance of service of guru stages, "सतगुरु चरण टहल नित करिये,...''महर्षि मेंहीं पदावली भजन। गुरु महाराज की सेवा में तत्पर भगीरथ बाबा और टीकाकार
गुरु महाराज की सेवा में तत्पर भागीरथ बाबा और टीकाकार

Importance of service of guru stages,

सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज जी  कहते हैं-"हे भाइयो !  प्रतिदिन सतगुरु के चरणों की सेवा करो; मनुष्य शरीर पाने की सार्थकता इसी में है। संसार में अज्ञान-निद्रा में पड़े रहते हुए आने की योग बीत गए, अब सतगुरु ने कृपा करके हमें जगा दिया।.Importance of service of guru stages, "सतगुरु चरण टहल नित करिये...." इस विषय में पूरी जानकारी के लिए इस भजन का शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी किया गया है। उसे पढ़े-


P105, Importance of service of guru stages, "सतगुरु चरण टहल नित करिये,...''महर्षि मेंहीं पदावली भजन। पदावली भजन 105 का शब्दार्थ भावार्थ।
पदावली भजन 105 का शब्दार्थ भावार्थ

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प्रभु प्रेमियों !  "महर्षि मेंहीं पदावली शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित" नामक पुस्तक  से इस भजन के शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी द्वारा आपने जाना कि प्रतिदिन सतगुरु के चरणों की सेवा करेें;; मनुष्य शरीर पाने की सार्थकता इसी में है। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस लेख के बारे में अपने इष्ट-मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले  पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। इस पद्य का पाठ किया गया है उसे सुननेे के लिए निम्नांकित वीडियो देखें।




महर्षि मेंहीं पदावली, शब्दार्थ, भावार्थ और टिप्पणी सहित।
महर्षि मेँहीँ पदावली.. 
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